अमृतसर में पिछले वर्ष की तुलना में खरीद में 16% की वृद्धि देखी गई है, जिसका श्रेय नई तकनीकों और खेतों में फसल अवशेषों को जलाने पर प्रतिबंध को दिया जाता है।
यहां कुल 7,37,447 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई है, जिसमें से लगभग 93% सरकारी एजेंसियों द्वारा खरीदा गया है। जहां सरकारी एजेंसियों ने 6,87,256 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा है, वहीं निजी खरीदारों ने 50,191 मीट्रिक टन खरीदा है।
सरकार ने 2,125 रुपये/क्विंटल का एमएसपी तय किया था, जबकि कुछ एजेंसियों ने 2,130 रुपये/क्विंटल का भुगतान किया था।
उन्होंने कहा कि भगतवाला में आवक में अधिकतम 20% की वृद्धि देखी गई, जहां कुल 83,976 मीट्रिक टन फसल की खरीद की गई।
कल शाम स्टॉक लिमिट लगने के कारण बाजारों में करीबन 100 रु की गिरावट दर्ज की गयी।
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के अधिकांश मंडियों में आज भरी गिरावट रही
साथ ही बाजारों में अफवाह है कि 28 जून से सरकार खुले बाजार में बिक्री योजना के तहत 10 से 15 लाख टन गेहूं बाजार में बेचेगी, हालांकि सरकार की ओर से इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
व्यापारीयो अनुसार कमजोर लेवाली के कारण आगे 50 रु और बाजार घटने की संभावना है