- इस हफ्ते कीमतों में 200~300 रु की गिरावट रही। मंडियों में लेवाली काफी कम रही। दालों में ग्राहकी न होने से तूर दाल की बिक्री भी कमजोर है
- मंडियों में आवक काफी कम है और अब बचा माल हलकी क्वालिटी का आ रहा है
- इसी के साथ सोमवार को चेन्नई में लेमन रेडी 10,000 प्रति क्विंटल से खुलकर शनिवार तक 9800 प्रति क्विंटल तक आ गयी।
- सोमवार को गजरी तूर के सितम्बर-अक्टूबर के सौदे 1000 डॉलर्स पर हुए थे पर कमजोर डिमांड के चलते शनिवार तक 950 डॉलर्स तक आ गए।
- व्यापारियों अनुसार, अब सभी स्टॉक को तय सिमा तक लाने में सब लग गए है जिसके कारण ज्यादा लेवाली नहीं है। हालांकि 2 तारिक के बाद लेवाली में सुधार देखा जा सकता है।
- कर्नाटका में मानसून 20 दिनों के देरी पर है। हालाँकि कल कुछ बारिश हुई है। गुलबर्गा, बीदर, रायचूर, बीजापुर, फेरम, यादगीर इन संभागो में बुवाई अब शुरू हो जाएगी।
- बारिश में देरी के कारण देगलुर के इलाको में किसानो ने कपास की बुवाई करली है। इस बार तूर की फसल में देरी होने की संभावना है।
- अभी कुछ दिनों तक बाजार में हलकी नरमी रहेगी हालाँकि जुलाई के शुरवाती हफ्ते में अच्छी डिमांड से भाव में बढ़ोतरी की उम्मीद है
सरसो- नाफेड ने अब तक 8,46,045 मीट्रिक टन की खरीदी की
Wheat - Prices continue to rise on good buying
- इन दिनों गेहू की कीमतों में 25 रु रोजाना सुधार देखा जा रहा है. जिसका प्रमुख कारण है बारिश में देरी और आवक की कमी।
- अधिकांश मंडियों में आवक कम हो गई है और मांग अच्छी है. जिसके चलते महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और बाकी राज्यों की मंडियों में भाव रोजाना बढ़ रहे है
- इसी के साथ दक्षिण भारत से बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों की लेवाली अच्छी है। इसी के साथ आटा मिलो की भी अच्छी मांग से गेहू के भाव में बढ़ोतरी हो रही है
जीरा- सप्लाई की कमी से कीमतों में तेजी
- राजस्थान के मंडीयो में जीरा का भाव 47,000~48,000 प्रति क्विंटल पहुंच गया है।
- छोटे किसानो का अधिकतर स्टॉक ख़तम हो गया है। अब कुछ स्टॉक बड़े किसानो और व्यापारियों के पास स्टॉक है। जोकि कीमते 50,000 प्रति क्विंटल के भाव मिलने की राह में है।
- इस साल जीरे की फसल को पाला गिरने से और अत्याधिक बारिश से काफी नुकसान पंहुचा था। जिससे सप्लाई कम पड़ गयी है।
- नयी फसल की बुवाई अब दिसंबर महीने से होगी। फसल आने में काफी समय बाकि है। जिससे कीमते आगे 60,000 प्रति क्विंटल भी पोहच सकती है
गेहूं - अमृतसर में लिफ्टिंग में 16 फीसदी की बढ़ोतरी
- अमृतसर में पिछले वर्ष की तुलना में खरीद में 16% की वृद्धि देखी गई है, जिसका श्रेय नई तकनीकों और खेतों में फसल अवशेषों को जलाने पर प्रतिबंध को दिया जाता है।
- यहां कुल 7,37,447 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई है, जिसमें से लगभग 93% सरकारी एजेंसियों द्वारा खरीदा गया है। जहां सरकारी एजेंसियों ने 6,87,256 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा है, वहीं निजी खरीदारों ने 50,191 मीट्रिक टन खरीदा है।
- सरकार ने 2,125 रुपये/क्विंटल का एमएसपी तय किया था, जबकि कुछ एजेंसियों ने 2,130 रुपये/क्विंटल का भुगतान किया था।
- उन्होंने कहा कि भगतवाला में आवक में अधिकतम 20% की वृद्धि देखी गई, जहां कुल 83,976 मीट्रिक टन फसल की खरीद की गई।
- स्रोत: द ट्रिब्यून (14 जून, 2023)
गेहूं - स्टॉक लिमिट लगने के कारण आज लेवाली पड़ी कमजोर
- आज के बाजार की अपडेट :
- कल शाम स्टॉक लिमिट लगने के कारण बाजारों में करीबन 100 रु की गिरावट दर्ज की गयी।
- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के अधिकांश मंडियों में आज भरी गिरावट रही
- साथ ही बाजारों में अफवाह है कि 28 जून से सरकार खुले बाजार में बिक्री योजना के तहत 10 से 15 लाख टन गेहूं बाजार में बेचेगी, हालांकि सरकार की ओर से इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
- व्यापारीयो अनुसार कमजोर लेवाली के कारण आगे 50 रु और बाजार घटने की संभावना है
- आनंद कॉर्प, औरंगाबाद
मक्का - बेस्ट क्वालिटी में डिमांड से भाव में बढ़ोतरी
- 4000 बोरी की आवक के साथ सांगली में बेस्ट मक्का के भाव में 50 रु की तेजी दर्ज की गयी
- आज मंडी में बेस्ट क्वॉलिटी मक्का 2100~2150 प्रति क्विंटल एवं पोल्ट्री क्वालिटी मक्का 2050 प्रति क्विंटल बिका
- अच्छे क्वालिटी में डिमांड भी देखि जा रही है
- शुभम कनवासिंग, सांगली
Pigeon Peas - Weekly Summary by Khoj
- There was a tremendous jump in prices this week. Solapur pigeon peas opened at Rs. 10,100/q on Monday and reached Rs. 10,650/q during the week. However, due to the imposition of stock limit on Friday night and due to weak buying a fall of Rs. 150~200/q was recorded on Saturday.
- In order to control the rising prices of pulses and inflation in food grains, the central government has imposed stock limit restrictions. The stock limit has been implemented till October 31st, 2023.
- Traders will no longer be able to keep stock of pigeon peas and black matpe in excess of the prescribed quantity.
- A ceiling of 200 MT has been fixed for wholesalers. 5 MT for retailers and large retail chains will not be able to keep more than 5 MT of stock at their stores and 200 MT in depots. Mills will also not be able to keep a stock equal to the production of the last 3 months or more than 25% of their total annual production capacity.
- Despite the imposition of stock limit, there was not much fall in Chennai Lemon on Saturday. July deals are done in Rs. 10500~10600/q. The sentiments were again strong till afternoon.
- On the other hand the stock of Africa is also less. Forward deals of new crop are being done for $1050/MT. Demand is also very good at these prices.
- The arrivals in the mandis are very low and stock with the millers is also not much. Due to this, the rise in prices is getting support.
- There are more than 7 months left for the new crop to arrive in the country.
- However, there will be no shortage of pigeon peas in the next season. Farmers informed Khoj that due to the high price of pigeon peas, their interest will be more in growing pigeon peas in the next cropping.
- Overall, there is little chance of a major fall in prices due to the shortage of pigeon peas in the country.
तूर - लातूर में भाव 200 रु बढे
- अच्छी मांग से मंडी में आज लाल तूर के कुछ 2~3 बोरी 10,500 प्रति क्विंटल बिकी। बाकि माल 10300 प्रति क्विंटल बिक रहा है
- पिंकू तूर भी 200 रु बढ़कर 10200 प्रति क्विंटल बिका
मक्का - सौराष्ट्र में उत्तर प्रदेश का नया माल आना शुरू हो गया है
- सौराष्ट्र डिलीवरी 2000~2060 रु/क्विंटल पर भाव स्थिर है
- उत्तर प्रदेश का नया माल गुजरात डिलीवरी 2030 रु/क्विंटल का व्यापार हुआ
- आगे बाजार 100 रु घटेगा, मक्का में फ़िलहाल तेज़ी की संभावना कम है